स्टैंडअप इंडिया के तहत बिज़नेस लोन कैसे लें | HOW TO TAKE LOAN UNDER STANDUP INDIA

स्टैंड अप इंडिया के तहत बिज़नेस लोन कैसे लें, एक  करोड़ तक | HOW TO TAKE LOAN UNDER STAND UP INDIA UP TO ONE CRORE


स्टैंड अप इंडिया योजना क्या है

स्टैंड अप इंडिया योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है जो कि मुख्य रूप से छोटे व्यापारों और आर्थिक रूप से कमजोर स्थानों में नई उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत, सरकार छोटे व्यापारों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है ताकि वे अपने व्यवसाय को आरंभ कर सकें और सफलता प्राप्त कर सकें।




यह योजना 2015 में प्रस्तुत की गई थी और उस समय इसकी शुरुआत एक लाख के कम नए उद्यमों के लिए बनाई गई थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर एक करोड़ तक बढ़ा दिया गया। स्टैंड अप इंडिया योजना नए उद्यमों के लिए समर्थन प्रदान करती है जिसमें आपको लोन की सहायता प्रदान की जाती है जो आपके व्यवसाय की आरंभिक जरूरतों को पूरा करता है।


एलुमिनियम फॉइल कंटेनर बनाने का बिज़नेस कैसे शुरू करें 

स्टैंड अप इंडिया योजना का उद्देश्य क्या है

स्टैंड अप इंडिया योजना का उद्देश्य छोटे व्यापारों, नए उद्यमों, तथा आर्थिक रूप से कमजोर स्थानों में व्यवसाय के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत सरकार ने अपने निर्णय से लाखों लोगों को स्वावलंबी बनाने का उद्देश्य रखा है।

इस योजना के जरिए सरकार नए उद्यमों को समर्थन प्रदान करती है, जो कि नौकरियों का सृजन करते हैं और आर्थिक विकास के लिए अहम भूमिका निभाते हैं। इसके साथ ही, इस योजना से सरकार ने सामाजिक न्याय तथा समानता को बढ़ावा देने का उद्देश्य भी रखा है। इससे स्वयं व्यवसाय करने की ताकत आम जनता के पास आती है, जिससे वे अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए उपयोगी सामग्री, उपकरण तथा पूंजी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

स्टैंड अप इंडिया योजना का लाभ कौन ले सकता है



स्टैंड अप इंडिया योजना के अंतर्गत कई लोग लाभान्वित हो सकते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  1. छोटे उद्यम: यह योजना छोटे उद्यमों को लाभ प्रदान करती है, जो व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उसे शुरू करने में असमर्थ होते हैं।

  2. महिलाएं और दलित: इस योजना के तहत, महिलाएं और दलित उद्यमियों को विशेष लाभ प्रदान किया जाता है।

  3. आर्थिक रूप से कमजोर क्षेत्र: स्टैंड अप इंडिया योजना के अंतर्गत, आर्थिक रूप से कमजोर क्षेत्रों में व्यापार को समर्थन प्रदान किया जाता है, जहाँ विकास बहुत कम होता है।

  4. नए उद्यम: इस योजना के जरिए सरकार नए उद्यमों को समर्थन प्रदान करती है जो कि नौकरियों का सृजन करते हैं और आर्थिक विकास के लिए अहम भूमिका निभाते हैं।

  5. आर्थिक समृद्धि: यह योजना आर्थिक समृद्धि को बढ़ाने में मदद करती है, जो कि विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।

  6. रोजगार सृजन: स्टैंड अप इंडिया योजना के अंतर्गत, नए उद्यमों की स्थापना के माध्यम से रोजगार सृजन की व्यवस्था की जाती है।

  7. आर्थिक विकास: इस योजना के तहत नए उद्योगों के साथ-साथ मौजूदा उद्योगों का विस्तार भी किया जाता है जो आर्थिक विकास को बढ़ाने में मदद करता है।

  8. स्वावलंबन: स्टैंड अप इंडिया योजना के अंतर्गत, लोगों को स्वावलंबी बनाने का भी मौका मिलता है, जो खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं।

  9. सरकारी उद्योग और सेवा: इस योजना से सरकारी उद्योग और सेवाएं भी लाभान्वित होती हैं, क्योंकि उन्हें स्वयं को आर्थिक रूप से संभालने की आवश्यकता नहीं होती है।

  10. इस प्रकार स्टैंड अप इंडिया योजना से विभिन्न वर्गों को व्यापारिक समृद्धि और स्वावलंबन के लिए लाभ प्राप्त होता है।

    पेपर बैग बनाने का बिज़नेस कैसे शुरू करें 

स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत लाभ पाने की योग्यता क्या है


स्टैंड अप इंडिया योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए:

  1. आवेदक के पास एक मान्य व्यापारिक आईडी होनी चाहिए।

  2. आवेदक का उम्र 18 वर्ष से अधिक होना चाहिए।

  3. आवेदक एक व्यवसाय की स्थापना करने या अपने मौजूदा व्यवसाय को बढ़ाने के लिए ऋण का लाभ उठाना चाहता होना चाहिए।

  4. आवेदक का व्यवसाय प्राथमिकताओं में से कम से कम एक को संतुष्ट करता होना चाहिए, जैसे कि किसानी, वस्तु उत्पादन, सेवा उत्पादन इत्यादि।

  5. आवेदक को ऋण के लिए आवेदन करने से पहले बैंकों के द्वारा निर्दिष्ट ऋण स्कीमों की जानकारी प्राप्त करना चाहिए।

  6. आवेदक को ऋण के लिए आवेदन करने से पहले अपने व्यवसाय की विस्तृत योजना तैयार करनी होगी, जिसमें व्यवसाय की विस्तृत जानकारी, आय, खर्च, लागत और नवीनीकरण की आवश्यकताएं शामिल होनी चाहिए।

इस प्रकार, यदि आपके पास व्यवसाय स्थापित करने या उसे बढने के इरादे हैं, तो आप स्टैंड अप इंडिया योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

अतिरिक्त योग्यताएं शामिल हो सकती हैं जैसे कि बैंकों द्वारा निर्धारित क्रेडिट स्कोर, बिजनेस एक्सपीरियंस, और कुछ अन्य मानदंड। इसलिए, अधिक जानकारी के लिए आपको अपने निकटतम बैंक से संपर्क करना चाहिए।

नमकीन बनाने  बिज़नेस कैसे शुरू करें 

स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत दी जाने वाली सब्सिडी


स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत निम्नलिखित सब्सिडी दी जाती हैं:

  1. स्कीम मुद्रा योजना (MUDRA) लोन: स्कीम मुद्रा योजना के तहत छोटे व्यवसायों और उद्यमियों को करीब 10 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है। यह ऋण तीन श्रेणियों में उपलब्ध है - शिशु, कुमार और तरुण। इनमें हर श्रेणी के लिए अलग-अलग ब्याज दरें होती हैं।

  2. क्रेडिट लिंक्स कैपिटल सब्सिडी: इस सब्सिडी के तहत, मध्यम और लघु व्यवसायों को उनके ब्याज भुगतान पर 15% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है। यह सब्सिडी ऋण के पहले तीन वर्षों के लिए उपलब्ध होती है।

  3. टैक्स एवेन्यू सर्विसेज (TAS) और इंडिरेक्ट टैक्स बेनेफिट: इस योजना के तहत, नए उद्यमों और लघु व्यवसायों को कर दरों में छूट प्रदान की जाती है।

  4. टेक्नोलॉजी उन्नयन योजना (TUS): टेक्नोलॉजी उन्नयन योजना (Technology Upgradation Scheme, TUS) एक सरकारी योजना है जो भारत के उद्यमियों को उनकी विनिर्माण योग्यता बढ़ाने, उनकी उत्पादन प्रक्रियाओं को मॉडर्नाइज़ करने और अपने उत्पादों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए तकनीकी सहायता उपलब्ध कराती है।

इस योजना के अंतर्गत, सरकार उद्यमियों को वित्तीय सहायता भी प्रदान करती है, जिसके माध्यम से वे अपने व्यवसाय को विस्तारित और उन्नत बना सकते हैं। TUS के अंतर्गत सम्मिलित उद्यमियों को विभिन्न तकनीकी और वित्तीय समस्याओं के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध की जाने वाली सहायता होती है।

बिज़नेस का पंजीकरण तथा ट्रेड मार्क पंजीकरण कैसे करायें

स्टैंडअप इंडिया के तहत बिज़नेस लोन पाने के लिए दस्तावेज

यदि आप लोन के लिए योग्य हैं, तो आपको लोन और ब्याज के भुगतान के लिए कुछ दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता होगी। इन दस्तावेजों में आमतौर पर निम्नलिखित शामिल होते हैं:
  1. व्यक्तिगत पहचान पत्र (आधार कार्ड / पैन कार्ड / पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस)
  2. व्यवसाय प्रमाणपत्र (उदाहरण के लिए GST पंजीकरण / MSME रजिस्ट्रेशन)
  3. बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीनों का)
  4. आखिरी 2 साल का आयकर रिटर्न
  5. व्यवसाय के संबंध में कुछ दस्तावेज (उदाहरण के लिए व्यवसाय के नाम का प्रमाणपत्र, व्यवसाय के लिए स्थान, आदि)

इन दस्तावेजों के अलावा, बैंक आपके व्यवसाय की स्थिति, आय, और अन्य अंकों का मूल्यांकन करेगा और आपके लोन के लिए योग्यता देखेगा।अगर आपका लोन स्वीकृत होता है, तो बैंक आपको लोन और ब्याज की जानकारी देगा, जिसमें आपको लोन और ब्याज के संबंध में समझौता करना होगा। आपको अपने लोन की वसूली के लिए वार्षिक वसूली की रकम का भुगतान करना होगा, जिसमें लोन और ब्याज के अलावा अन्य शुल्क भी शामिल हो सकते हैं।

इसके अलावा, आपको स्थानीय बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करने और उनसे सीधे जानकारी लेने की सलाह दी जाती है। वे आपको आवश्यक दस्तावेजों और लोन के लिए योग्यता की जांच करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, आप इंटरनेट पर भी बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के वेबसाइट पर जाकर लोन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

स्टैंड अप इंडिया योजना से बिजनेस लोन कैसे प्राप्त करे


स्टैंड अप इंडिया योजना से बिजनेस लोन प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. आवेदन करें: आप अपने बैंक या वित्तीय संस्था के वेबसाइट पर जाकर बिजनेस लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। आपको अपनी व्यवसाय के बारे में जानकारी जैसे व्यवसाय का प्रकार, उद्देश्य, ऋण की राशि और अन्य विवरण भरने होंगे।

  2. डॉक्यूमेंटेशन: आपको अपनी कंपनी के डॉक्यूमेंट्स जैसे व्यवसाय योजना, व्यवसाय के पंजीकरण संबंधी दस्तावेज, व्यवसाय संबंधी कागजात और अन्य जरूरी दस्तावेजों को संग्रहित करने की आवश्यकता होगी।

  3. ऋण की मंजूरी: आपकी आवेदन के बाद, बैंक या वित्तीय संस्था आपकी व्यवसाय की सत्यापन करेंगे। वे आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करेंगे और आपके बिजनेस के उद्देश्य और लोन की राशि के आधार पर ऋण की मंजूरी देंगे।

  4. ब्याज दर और लोन की राशि: बैंक या वित्तीय संस्था आपको ऋण की राशि औरब्याज दर की सूचना देंगे। आपको उनकी निर्देशों के अनुसार ऋण की राशि चुननी होगी। आपको ब्याज दर, प्रति माह की आसान भुगतान की अवधि और लोन चुकाने की अंतिम तिथि से विस्तृत जानकारी भी दी जाएगी।

  5. लोन की पुष्टि: बैंक या वित्तीय संस्था आपके द्वारा प्रस्तुत किए गए सभी दस्तावेजों और ऋण की राशि को सत्यापित करेंगे। फिर उन्होंने आपके खाते में बिजनेस लोन की राशि जमा कर दी जाएगी।ध्यान रखें कि स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने के लिए आपके पास एक मंगलमय व्यवसाय योजना होनी चाहिए। इसके अलावा, आपके पास उच्च क्रेडिट स्कोर होना आवश्यक होगा। यदि आपको कोई समस्या होती है, तो आप संबंधित बैंक या वित्तीय संस्था से संपर्क कर सकते हैं।

  1. बिजनेस लोन की वापसी: लोन के भुगतान के लिए वित्तीय संस्था आपको एक निश्चित समय सीमा देगी। आपको इस समय सीमा के भीतर लोन का भुगतान करना होगा। बिजनेस लोन की वापसी अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार नियमित या एकांत रूप से किया जा सकता है।

  2. अन्य निर्देश: स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने से पहले, आपको योजना के अन्य निर्देशों का भी पालन करना होगा। आप अपने स्थानीय बैंक या वित्तीय संस्था से संपर्क कर सकते हैं और इस योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

  3. बिजनेस लोन की व्यापक उपयोगिता: यह योजना बिजनेस लोन को आवंटित करने के लिए समय-सीमा तथा आसान अवसर प्रदान करती है। इससे स्वयं रोजगार के उद्यमियों को बढ़ावा मिलता है जो देश की आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस योजना के तहत आप बिजनेस विकास के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं, जो आपके व्यवसाय को विस्तार करने और इसे नई ऊँचाइयों पर ले जाने में मदद करेगा।

  4. ब्याज दर: बिजनेस लोन के लिए ब्याज दर संभवतः आपकी क्रेडिट स्कोर, व्यवसाय के प्रकार, उद्देश्य आदि के आधार पर तय किया जाएगा। इसलिए, आपको इस विषय में आपके वित्तीय संस्था से विस्तृत जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

  5. बिजनेस प्लान: स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने से पहले, आपको अपने व्यवसाय के लिए एक विस्तृत बिजनेस प्लान तैयार करना होगा। यह बिजनेस प्लान आपके व्यवसाय के संभवावनियता तथा उसके संचालन में जुटे विभिन्न पहलुओं को विस्तार से बताना चाहिए। इसमें व्यवसाय के लक्ष्य, संसाधन आवश्यकताएं, बाजार का अध्ययन, वित्त आवश्यकताएं, उत्पाद या सेवाओं के विस्तृत विवरण, मार्केटिंग योजना, व्यवसाय चलाने के लिए कार्यक्रम आदि शामिल होने चाहिए। आप अपने वित्तीय संस्था से संपर्क करके इस बारे में अधिक जानकारी ले सकते हैं।

  6. वित्तीय संस्था से संपर्क करें: बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने से पहले, आप अपनी वित्तीय संस्था के साथ संपर्क करके अपनी वित्तीय स्थिति की जांच करना चाहिए। वित्तीय संस्था आपकी क्रेडिट स्कोर, व्यवसाय के प्रकार, आवश्यकता आदि के आधार पर आपके लिए सही बिजनेस लोन की सुविधा प्रदान करेगी। इसलिए, अपनी वित्तीय संस्था से संपर्क करें और अपनी समस्याओं और संदेहों को उनसे साझा करें।इन सभी चरणों के बाद आप बिजनेस लोन के लिए स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत आवेदनकर सकते हैं। आवेदन के लिए आप ऑनलाइन या ऑफ़लाइन मोड दोनों में कर सकते हैं। आपको अपने बिजनेस प्लान, आवश्यक दस्तावेजों, और अन्य विवरणों की आवश्यकता होगी। आपके आवेदन के बाद वित्तीय संस्था आपके विवरणों का जांच करेगी और यदि आपका आवेदन मान्य होता है, तो आपको बिजनेस लोन प्रदान किया जाएगा।

  7. इसके अलावा अगर आपके पास पहले से ही कोई लोन है तो उसकी वसूली भी आपकी वित्तीय स्थिति पर असर डाल सकती है। आपको लोन के लिए दर भी चुननी होगी जो आपकी आय और आवश्यकताओं के अनुसार होनी चाहिए।
  8. स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने से पहले, आपको इस योजना की शर्तों और नियमों का भी ध्यान देना चाहिए। आप इस योजना के अंतर्गत केवल व्यापार और उद्योग संबंधित क्षेत्रों में अपना बिजनेस शुरू करने वाले हो सकते हैं।

    इस योजना के तहत बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने के लिए आप बैंकों या अन्य वित्तीय संस्थाओं के वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आप अपने नजदीकी बैंक या वित्तीय संस्था से भी संपर्क कर सकते हैं और अधिक जानकारी ले सकते हैं।

    अगर आप इस योजना के अंतर्गत बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने का निर्णय लेते हैं, तो आपको अपनी वित्तीय स्थिति के आधार पर लोन की राशि और वित्तीय स्वस्थता के आधार पर दर चुनने की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, आपको बैंकों या वित्तीय संस्थाओं के द्वारा निर्धारित शर्तों और नियमों को भी ध्यान में रखना होगा।

    आप अपने बिजनेस की योजना और बैंक की शर्तों के आधार पर लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। लोन के लिए आवेदन करने से पहले, आपको अपने बिजनेस की योजना को अच्छी तरह से तैयार करना होगा और इसमें अपने बिजनेस की विस्तृत जानकारी, आपके वित्तीय संचालन के विवरण, उद्देश्य को  भी। 
स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत बिजनेस लोन लेने से पहले आपको अपनी वित्तीय स्थिति, अपने बिजनेस की स्थिति, और अन्य निर्णयोको समझने की आवश्यकता होती है। आपको अपने बिजनेस की योजना और उद्देश्यों को भी ध्यान में रखना होगा। आपको उन बैंकों या वित्तीय संस्थाओं के साथ काम करना चाहिए जो आपकी वित्तीय आवश्यकताओं और बिजनेस उद्देश्यों को समझते हैं।
याद रखें, अपने बिजनेस के लिए बड़े या छोटे राशि के लोन को लेने से पहले आपको अपनी वित्तीय स्थिति की जांच करनी चाहिए और अपने बिजनेस की स्थिरता को सुनिश्चित करना चाहिए। बिजनेस लोन एक अच्छा विकल्प है लेकिन इसे लेने से पहले आपको इसकी सम्भावनाओं का भी ध्यान देना चाहिए।
इस प्रकार, आप स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत बिजनेस लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं और अपने व्यवसाय को बढ़ावा दे सकते हैं। हालांकि, इससे पहले आपको योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहिए और संबंधित वित्तीय संस्था से अन्य जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

स्टैंडअप इंडिया के तहत बिज़नेस लोन कौन-कौन सी संस्था से ले सकते हैं


स्टैंडअप इंडिया योजना के अंतर्गत व्यापक रूप से विभिन्न वित्तीय संस्थाओं द्वारा बिज़नेस लोन प्रदान किए जाते हैं। कुछ ऐसी संस्थाएं हैं जो स्वयं लोन प्रदान करती हैं, जबकि कुछ अन्य संस्थाएं सरकारी दायित्व के तहत लोन प्रदान करती हैं।

निम्नलिखित संस्थाओं से आप बिज़नेस लोन ले सकते हैं:

  1. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India)
  2. पंजाब नैशनल बैंक (Punjab National Bank)
  3. कैनरा बैंक (Canara Bank)
  4. बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda)
  5. एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank)
  6. इस्लामिक बैंकिंग और फाइनेंस कॉर्पोरेशन (Islamic Banking and Finance Corporation)

यहाँ दी गई सूची अन्य बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से अधिक हो सकती है। लोन के लिए आवेदन करने से पहले, आपको संस्था की नीतियों, शर्तों, व्याज दर और उपलब्ध विकल्पों को ध्यान से पढ़ना चाहिए।

मसाला उद्योग कैसे शुरू करें

स्टैंडअप इंडिया के तहत बिज़नेस लोन की अवधि क्या है


स्टैंडअप इंडिया योजना भारत सरकार द्वारा संचालित की जाने वाली एक योजना है, जो छोटे उद्यमों या स्टार्टअप कंपनियों को आर्थिक मदद प्रदान करने के लिए बनाई गई है। यह योजना बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से लोन प्रदान करती है।

लोन की अवधि और ब्याज दर योजना के निर्देशों के अनुसार तय की जाती हैं। आपको अपने निकटतम बैंक या वित्तीय संस्था से संपर्क करना चाहिए और योजना के अंतर्गत बिजनेस लोन के लिए आवेदन करना चाहिए। वे आपको योजना के अंतर्गत लोन प्रदान करने की अधिकतम अवधि और ब्याज दर के बारे में सूचित करेंगे।

पापड़ बनाने का बिज़नेस कैसे शुरू करें


यहाँ कुछ स्टैंडअप इंडिया के तहत बिज़नेस लोन से संबंधित सवाल और उनके जवाब दिए गए हैं:

  • स्टैंडअप इंडिया क्या होता है?
उत्तर: स्टैंडअप इंडिया एक सरकारी योजना है जो छोटे उद्यमों या स्टार्टअप कंपनियों को आर्थिक मदद प्रदान करने के लिए बनाई गई है। इस योजना के अंतर्गत बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से लोन प्रदान किए जाते हैं।
  • स्टैंडअप इंडिया के तहत बिज़नेस लोन के लिए कौन से बैंक या वित्तीय संस्थाएं उपलब्ध हैं?
उत्तर: स्टैंडअप इंडिया के अंतर्गत लोन प्रदान करने के लिए सभी बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को निर्देशित किया गया है। आप अपने निकटतम बैंक या वित्तीय संस्था से संपर्क कर सकते हैं और योजना के अंतर्गत बिजनेस लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।

  • स्टैंडअप इंडिया के तहत बिज़नेस लोन के लिए आवेदन कैसे करें?
उत्तर: स्टैंडअप इंडिया के अंतर्गत बिज़नेस लोन के लिए आवेदन करने के लिए आपको अपने निकटतम बैंक या वित्तीय संस्था से संपर्क करना होगा। आपको अपनी बिजनेस योजना और आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा। बैंक या वित्तीय संस्था आपकी बिजनेस योजना की जाँच करेंगे और यदि आपकी योजना संभवनीय होती है तो आपको बिज़नेस लोन प्रदान किया जाएगा।

  • स्टैंडअप इंडिया के अंतर्गत बिज़नेस लोन के लिए कितनी राशि उपलब्ध है?
उत्तर: स्टैंडअप इंडिया के अंतर्गत बिज़नेस लोन के लिए राशि 10 लाख रुपये से शुरू होती है और अधिकतम 1 करोड़ रुपये तक होती है।

  • स्टैंडअप इंडिया के तहत बिज़नेस लोन के लिए ब्याज दर क्या होती है?

उत्तर: स्टैंडअप इंडिया के अंतर्गत बिज़नेस लोन के ब्याज दर बैंक के नियमानुसार होती है। ब्याज दर आमतौर पर ऋण राशि और अवधि के आधार पर निर्धारित की जाती है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ